
आयकर रिटर्न की अंतिम तिथि बढ़ी
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (आकलन वर्ष 2025-26) के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 से बढ़ाकर 15 सितंबर 2025 कर दी है।
☔ जून में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 2025 के मानसून के लिए सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। विशेष रूप से जून माह में वर्षा 108% तक हो सकती है, जो कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने और खाद्य कीमतों को नियंत्रित रखने में सहायक होगी।
✈️ भारत में 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान का निर्माण शुरू
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भारत में 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) के निर्माण की योजना को मंजूरी दी। इस परियोजना के तहत, भारत में अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का निर्माण होगा, जो देश की वायु शक्ति को और सशक्त बनाएगा।
🏞️ उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल
उत्तराखंड राज्य में स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों में निम-करौली, बाबा , अल्मोड़ा, जागेश्वर धाम, घोड़ाखाल और नैनीताल-मुनस्यारी क्षेत्र शामिल हैं। ये स्थल प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
7 दिन से कम अवधि की FD में निवेश की सुविधा
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) निवेशकों की सुविधा के लिए बैंकों को 7 दिन से कम अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजनाओं की अनुमति देने पर विचार कर रहा है। इससे निवेशकों को तात्कालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में आसानी होगी।
🎧 व्हाट्सएप में नया ‘वॉयस चैट’ फीचर
व्हाट्सएप ने अपने ग्रुप चैट्स में ‘वॉयस चैट’ फीचर पेश किया है, जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता बिना कॉल किए लाइव ऑडियो बातचीत कर सकते हैं। यह फीचर पहले बड़े ग्रुप्स के लिए उपलब्ध था, लेकिन अब इसे सभी ग्रुप्स के लिए विस्तारित किया गया है।
स्वास्थ्य समाचार
इंसुलिन रेजिस्टेंस: मोटापा ही नहीं, फैटी लिवर और टाइप-2 डायबिटीज़ का भी कारण
इंसुलिन रेजिस्टेंस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की कोशिकाएँ इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती हैं, जिससे ग्लूकोज़ का उपयोग प्रभावित होता है। इसके लक्षणों में अत्यधिक थकान, भोजन के बाद सुस्ती, बार-बार भूख लगना, और कमर के आसपास चर्बी का जमाव शामिल हैं। इस स्थिति से बचने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन आवश्यक है।
चेहरे की स्कैनिंग से बिना सुई के स्वास्थ्य जांच
हैदराबाद के नीलोफर अस्पताल ने भारत का पहला एआई-आधारित नॉन-इनवेसिव ब्लड टेस्ट लॉन्च किया है। इस तकनीक के माध्यम से केवल चेहरे की स्कैनिंग से 20 से 60 सेकंड में रक्तचाप, ऑक्सीजन संतृप्ति, हेमोग्लोबिन स्तर और तनाव जैसे 10 से अधिक स्वास्थ्य मापदंडों की जांच की जा सकती है। यह तकनीक विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के लिए उपयोगी है।
सीबीएसई: दसवीं के बाद बेसिक गणित वाले छात्र भी ग्यारहवीं में स्टैंडर्ड गणित चुन सकेंगे
सीबीएसई ने घोषणा की है कि दसवीं कक्षा में बेसिक गणित (कोड 241) पढ़ने वाले छात्र अब ग्यारहवीं कक्षा में स्टैंडर्ड गणित (कोड 041) का चयन कर सकते हैं। यह निर्णय छात्रों को उनके करियर विकल्पों के अनुसार विषय चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
💃 सांस्कृतिक समाचार
हैदराबाद में मिस वर्ल्ड 2025 का ग्रैंड फिनाले 31 मई को
हैदराबाद के हिटेक्स एग्ज़िबिशन सेंटर में 31 मई को मिस वर्ल्ड 2025 का ग्रैंड फिनाले आयोजित किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में 116 देशों की प्रतिभागियों ने भाग लिया है। भारत की ओर से नंदिनी गुप्ता इस प्रतिष्ठित खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
📱 जीवनशैली और तकनीक
मोबाइल स्क्रीन टाइम कम करने के उपाय
बढ़ते मोबाइल उपयोग से आंखों की थकान, नींद में कमी और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, स्क्रीन टाइम कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- फोन को ग्रेस्केल मोड में सेट करना
- अवांछित ऐप्स को छिपाना या हटाना
- स्क्रीन-फ्री समय निर्धारित करना
- आउटडोर गतिविधियों में भाग लेना
- सोने से पहले फोन का उपयोग कम करना
इन उपायों से डिजिटल डिटॉक्स में मदद मिल सकती है।
🦷 दांतों की देखभाल के लिए कुछ उपाय
दांत हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिनकी सही देखभाल आवश्यक है। भोजन के बाद सलाद और फल का सेवन करने से दांतों की सफाई में मदद मिलती है। हर बार कुछ खाने-पीने के बाद कुल्ला करना चाहिए। दांतों की नियमित और सही तरीके से सफाई के लिए दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए। शक्कर के सेवन को सीमित करना चाहिए, क्योंकि यह दांतों के लिए हानिकारक हो सकता है।
इसके अतिरिक्त, दांतों को मजबूत बनाने के लिए प्राकृतिक उपायों का भी सहारा लिया जा सकता है। उदाहरण के लिए, टूथपेस्ट में थोड़ा नमक मिलाकर उपयोग करने से दांतों की सफाई के साथ-साथ मजबूती भी बढ़ती है।
कोटा: शिक्षा का वह केंद्र, जहां देश-विदेश से आते हैं सपनों को संजोने वाले छात्र
कोटा — एक ऐसा शहर जो अब सिर्फ राजस्थान या भारत तक सीमित नहीं रहा। यह शिक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुका है। भारत के कोने-कोने से ही नहीं, बल्कि नेपाल, सऊदी अरब, सिंगापुर जैसे देशों से भी छात्र कोटा पहुंच रहे हैं। इन छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी कोटा की कोचिंग संस्कृति पर विश्वास जताते हैं और अपने बच्चों को बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करने के लिए यहां भेजते हैं।
कोटा क्यों है विद्यार्थियों की पहली पसंद?
कोटा में देश के प्रमुख मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों की तैयारी के लिए कई प्रसिद्ध और अनुभवी कोचिंग संस्थान मौजूद हैं। इन संस्थानों का शिक्षण तरीका (Teaching Method) पूरी तरह से विद्यार्थियों की समझ और सफलता को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। यहां का डाउट काउंटर, नियमित टेस्ट एनालिसिस, और क्लासरूम सपोर्ट विद्यार्थियों को उनकी कमजोरियों को पहचानकर सुधारने में मदद करता है।
छात्रों को यहां बेहतर पियर ग्रुप (साथी छात्र), गाइडेंस, और प्रतिस्पर्धात्मक माहौल मिलता है, जिससे वे खुद को हर दिन बेहतर बनाते हैं। यही नहीं, पढ़ाई के साथ मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जाता है।
रहने और खान-पान की उत्कृष्ट सुविधाएं
कोटा में विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल से लेकर पीजी तक कई विकल्प उपलब्ध हैं। यहां का वातावरण शैक्षणिक होने के साथ-साथ आरामदायक भी है। छात्रों को उनके क्षेत्र और पसंद के अनुसार भोजन की व्यवस्था भी आसानी से मिल जाती है। इसके अतिरिक्त सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकांश आवासों में सीसीटीवी, वार्डन और स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
प्रशासन की सजगता और सहयोग
हाल के वर्षों में कुछ घटनाओं के बाद कोटा प्रशासन ने विद्यार्थियों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कई कड़े और संवेदनशील कदम उठाए हैं।
- मोटिवेशनल प्रोग्राम का आयोजन लगातार किया जा रहा है ताकि छात्र पढ़ाई के दबाव में न आएं।
- कोचिंग स्टाफ और काउंसलर्स को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे छात्रों की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझ सकें।
- ‘स्टूडेंट हैप्पीनेस प्रोग्राम’ के तहत छात्रों को चंबल रिवरफ्रंट जैसी जगहों की सैर करवाई जाती है ताकि उन्हें मानसिक राहत मिल सके।
- ‘कोटा केयर’ अभियान के अंतर्गत प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारी समय-समय पर छात्रों की समस्याएं सुनते हैं और त्वरित समाधान प्रदान करते हैं।
- ऑटो यूनियन द्वारा किराए को नियंत्रित करने और छात्रों से निर्धारित किराया ही लेने की व्यवस्था की गई है।
- यह भी निर्णय लिया गया है कि छात्रों से अनावश्यक रूप से कोई प्रश्न बैंक या सुरक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा।
एक प्रेरणादायक माहौल
कोटा न सिर्फ पढ़ाई के लिए जाना जाता है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहां छात्र जीवन में अनुशासन, समय प्रबंधन, और आत्मनिर्भरता जैसे गुण सीखते हैं। यहाँ का माहौल ऐसा है जो छात्रों को स्वप्नदर्शी बनने के साथ-साथ मेहनती और संगठित भी बनाता है।
यदि कोई छात्र यहां पढ़ाई को गंभीरता से लेता है, तो कोटा उसके हर कदम पर साथ देता है — चाहे वह शिक्षा हो, मार्गदर्शन हो, या भावनात्मक सहारा।
निष्कर्ष
कोटा अब केवल कोचिंग का एक शहर नहीं, बल्कि एक शैक्षणिक संस्कृति का नाम है — जो छात्रों को सपनों से हकीकत तक का सफर तय करने के लिए न केवल संसाधन देता है, बल्कि एक विश्वास और समर्थन भी प्रदान करता है।
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