
माता उन्मुखीकरण (Mother Orientation) बैठक:एजेंडा और कार्यवृत्त-January 2025- का उद्देश्य माताओं को बच्चों के विकास के लिए सही पोषण, अच्छी आदतें, और सकारात्मक परिवेश का महत्व समझाना है। यह बैठक विद्यालय परिसर में आयोजित की गई थी, जिसमें दिसंबर माह की गतिविधियों की समीक्षा के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास पर चर्चा की गई।
माता उन्मुखीकरण (Mother Orientation) बैठक:का एजेंडा (Agenda)
- प्रारंभिक चर्चा
- दिसंबर माह में की गई गतिविधियों की समीक्षा।
- मुख्य चर्चा बिंदु
- बच्चों के लिए अच्छा खान-पान और पोषण।
- स्वच्छता और अच्छी आदतों का महत्व।
- परिवेशीय समझ और उसका बच्चों के समग्र विकास पर प्रभाव।
- समाप्ति
- माताओं को प्रेरित करना और उन्हें महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
माता उन्मुखीकरण (Mother Orientation) बैठक: का कार्यवृत्त (Minutes of Meeting)
बैठक का उद्देश्य:
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों के विकास में सही पोषण, अच्छी आदतों और सकारात्मक पर्यावरण के महत्व को समझाना था।

स्थान और समय:
बैठक विद्यालय परिसर में सुबह —– बजे से ————— बजे तक आयोजित की गई।
प्रारंभिक शिक्षा और बच्चों के पोषण के महत्व को समझाने के लिए प्राथमिक विद्यालय परिसर में माताओं के उन्मुखीकरण हेतु बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में नोडल शिक्षक, प्रधानाध्यापक, और आंगनबाड़ी केंद्रों की माताओं ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य माताओं को प्रेरित करना और उन्हें उनके बच्चों की शिक्षा और पोषण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति जागरूक बनाना था।
दिसम्बर माह की चर्चा:
माता उन्मुखीकरण (Mother Orientation) बैठक की शुरुआत

बैठक की शुरुआत प्रधानाध्यापक/नोडल शिक्षक द्वारा सभी उपस्थित सदस्यों का स्वागत करते हुए की गई। दिसंबर माह में की गई गतिविधियों और उनके प्रभाव पर चर्चा की गई।
चर्चा के बिंदु:
- सौंदर्य बोध से संबंधित आपने बच्चों के साथ क्या-क्या गतिविधियाँ कीं?
- सौंदर्य बोध की कौन-सी गतिविधि बच्चों को सबसे ज्यादा पसंद आई?
- सौंदर्य बोध की कौन-सी गतिविधि आप सबसे आसानी से बच्चों के साथ कर पाए?
- सौंदर्य बोध की कौन-सी गतिविधि को कराने में परेशानी आई?
- क्या आप लोगों में से कोई उस गतिविधि को समझाने में सबकी सहायता कर सकता है?
- सौंदर्य बोध की कौन-सी गतिविधि बच्चों को सबसे ज्यादा पसंद आई?
- सौंदर्य बोध की गतिविधियाँ कराने के बाद आपको कैसा लगा?
अच्छा खान-पान और पोषण:
पोषण की परिभाषा:
बैठक की शुरुआत पोषण (Nutrition) शब्द की परिभाषा से हुई। इसमें यह बताया गया कि पोषण से तात्पर्य उस खाने-पीने की व्यवस्था से है, जो शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को स्वस्थ रखती है। अच्छे पोषण से शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है और स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलती है।
अच्छे पोषण का महत्व:
अच्छे पोषण के महत्व पर चर्चा की गई। यह बताया गया कि अच्छे पोषण से शरीर को ऊर्जा मिलती है और बच्चों के शारीरिक विकास में मदद मिलती है। यह बच्चों की लंबाई बढ़ाने और उनके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए भी आवश्यक है, जिससे वे बिमारियों से बच सकें।
संतुलित आहार:
संतुलित आहार की अवधारणा पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें बताया गया कि संतुलित आहार में प्रोटीन, विटामिन्स, कार्बोहाइड्रेट्स, वसा और अन्य पोषक तत्व सही अनुपात में होते हैं। संतुलित आहार से ही हम शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान कर सकते हैं और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।
आवश्यक गतिविधियाँ:
- खाद्य पदार्थों की पहचान: उपस्थित सदस्यों को खाद्य पदार्थों की सुगंध पहचानने की गतिविधि कराई गई, जिससे वे विभिन्न खाद्य पदार्थों के पोषण मूल्य को समझ सकें।
- सलाद बनाना: एक स्वस्थ सलाद बनाने का प्रदर्शन किया गया, ताकि सदस्यों को संतुलित आहार की आदत लग सके।
- संतुलित आहार का प्रदर्शन: एक कागज की प्लेट में फल और सब्ज़ियाँ डालकर यह दिखाया गया कि खाने में किस प्रकार की सामग्री कितनी मात्रा में होनी चाहिए।
स्वस्थ खानपान की आदतों को प्रोत्साहित करना:
सभी उपस्थित सदस्यों को स्वस्थ खाने की आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। यह बताया गया कि संतुलित आहार का चयन करके हम अपने जीवन को स्वस्थ और बेहतर बना सकते हैं।
बैठक में बताया गया कि बच्चों के लिए संतुलित आहार कितना महत्वपूर्ण है। संतुलित आहार बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को सही दिशा में बढ़ावा देता है।
यह समझाया गया कि सही पोषण से बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास में सुधार होता है, और उनका स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
बच्चों के समग्र विकास में अच्छा पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
- संतुलित आहार का महत्व: बच्चों को फल, सब्जियां, अनाज, दूध और प्रोटीन युक्त आहार देने की सलाह दी गई।
- शारीरिक और मानसिक विकास: सही पोषण से बच्चों का शारीरिक विकास होता है और वे मानसिक रूप से भी मजबूत बनते हैं।
- स्वास्थ्य समस्याओं की रोकथाम: पोषण की कमी से होने वाली बीमारियों से बचाव के उपायों पर चर्चा की गई।
अन्य अच्छी आदतें:
बैठक में माताओं को बच्चों में स्वच्छता और नियमित व्यायाम की आदत डालने के लिए प्रेरित किया गया।
- बच्चों को प्रतिदिन हाथ धोने, दांतों की सफाई करने और अपने शरीर की देखभाल करने के महत्व के बारे में बताया गया।
- यह भी कहा गया कि बच्चों को नियमित योगाभ्यास या खेलों में भाग लेना चाहिए।
- परिवेशीय समझ:
बैठक में यह महत्वपूर्ण चर्चा की गई कि बच्चों के विकास के लिए उनका परिवेश कितना महत्वपूर्ण होता है।- माताओं को यह समझाया गया कि बच्चों को एक साफ-सुथरा और सुरक्षित परिवेश में रहने की आवश्यकता होती है।
- साथ ही यह भी बताया गया कि बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना आवश्यक है, ताकि वे प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग कर सकें।
- घर के वातावरण को सकारात्मक और शांतिपूर्ण बनाने के लिए माताओं को प्रेरित किया गया।
अच्छे पोषण, अच्छी आदतें और अच्छा पर्यावरण: बच्चों के लिए दिशानिर्देश
बैठक में अच्छे पोषण, अच्छी आदतों और अच्छे पर्यावरण पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें बच्चों के लिए ध्यान रखने योग्य बातों पर विचार किया गया। माता-पिताओं से अनुरोध किया गया कि वे निम्नलिखित बातों को बच्चों में विकसित करने के लिए प्रेरित करें, ताकि वे स्वस्थ और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।

अच्छा पोषण:
- संतुलित आहार: बच्चों को फल, सब्जियां और सही पोषण से भरपूर आहार देना चाहिए। संतुलित आहार से उनका शारीरिक और मानसिक विकास होता है।
- घर का खाना: बच्चों को घर का खाना ही खिलाना चाहिए, जिससे वे पोषक तत्वों से भरपूर आहार प्राप्त कर सकें और बीमारियों से बच सकें।
अच्छी आदतें:
- दांतों की सफाई: बच्चों को प्रतिदिन दो बार ब्रश करना चाहिए, ताकि उनके दांत स्वस्थ रहें।
- हाथ धोना: बच्चों को खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने की आदत डालनी चाहिए। इसके अलावा, बाथरूम जाने के बाद भी हाथ धोने की आदत महत्वपूर्ण है।
- चप्पल पहनकर बाहर जाना: बच्चों को हमेशा घर से बाहर चप्पल पहनकर निकलने की आदत डालनी चाहिए ताकि वे गंदगी से बच सकें।
- बड़ों का आदर: बच्चों को अपने से बड़े व्यक्तियों का आदर करना चाहिए और उनसे अच्छे व्यवहार की उम्मीद रखनी चाहिए।
- साफ-सफाई की आदतें: बच्चों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए रोज़ाना की आदतें जैसे कपड़े बदलना, कमरे की सफाई करना आदि सिखानी चाहिए।
अच्छा पर्यावरण:
- समाज में सहभागिता: बच्चों को समाज में सभी के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की आदत डालनी चाहिए, ताकि वे समाज में एक अच्छा स्थान बना सकें।
- कक्षा के नियमों का पालन: बच्चों को कक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि वे अनुशासित रहें और उन्हें स्कूल के माहौल का सम्मान मिले।
माताओं से अनुरोध:
बैठक में माताओं से अनुरोध किया गया कि वे इन आदतों और आहार की आदतों को अपने बच्चों में विकसित करें। इन आदतों को सही तरीके से सिखाकर, हम उन्हें समाज के योग्य नागरिक और देश की प्रगति में योगदान देने वाला बना सकते हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि जब बच्चे अच्छे पोषण, अच्छी आदतों और अच्छे पर्यावरण का पालन करते हैं, तो वे न केवल अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि अपने परिवार, समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं।
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