
शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिक उत्सव 2024-25
आज, __________ (दिनांक) को विद्यालय में शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिक उत्सव 2024-25 का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, अभिभावक, एसएमसी के सदस्य, शिक्षकों, पूर्व छात्र, पंचायत प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति दर्ज की गई। कार्यक्रम की शुरुआत उद्घाटन समारोह से हुई, जिसमें सचिव द्वारा समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
शारदा संगोष्ठी और वार्षिक उत्सव के विषय में माता-पिता और अभिभावकों को निमंत्रण पत्र भेजकर सूचित किया गया। इस कार्यक्रम में अभिभावकों, पूर्व छात्रों, पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनवाड़ी , आशा और ग्राम के प्रभावशाली व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया गया । अतिथियों के लिए बैठने की व्यवस्था, अभिभावकों, शिक्षकों और एसएमसी सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम में सभी के लिए बैठने की उचित व्यवस्था की गई तथा विद्यालय परिसर को सजाया गया। विद्यालय में सेल्फी पॉइंट बनाया गया।
शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिक उत्सव 2024-25 का उद्देश्य
विद्यालय में शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिक उत्सव 2024-25 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय में नामांकन, उपस्थिति और ठहराव में वृद्धि करना था। साथ ही, आत्मविश्वास, अनुशासन और टीम वर्क की भावना विकसित करने के लिए अभिभावकों और समुदाय की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना था, ताकि बच्चों को स्कूल छोड़ने से रोका जा सके।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के माता-पिता, अभिभावक, पुरातन छात्र प्रतिनिधि, पंचायत, आंगनबाड़ी , आशा , एवं ग्राम के प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा भाग लिया गया। कार्यक्रम के संबंध में सभी को पूर्व में आमंत्रित पत्र के द्वारा आमंत्रित किया गया था।

शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिकोत्सव का उद्घाटन एसएमसी (विद्यालय प्रबंधन समिति) के अध्यक्ष द्वारा किया गया। अभिभावकों का स्वागत अध्यापकों एवं विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्यों द्वारा किया गया।
शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिक उत्सव 2024-25-शारदा संगोष्ठी बैठक
इस बैठक में अभिभावकों, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, सदस्यों और गणमान्य व्यक्तियों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों के विषय में विस्तार से अवगत कराया गया। शिक्षकों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों और प्रयासों पर भी चर्चा की गई। संगोष्ठी में चिन्हित आउट ऑफ स्कूल बच्चों के युवाओं को आमंत्रित कर, उन्हें शिक्षा के महत्व, नियमित उपस्थिति की आवश्यकता और ड्रॉपआउट से होने वाले दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई।
सर्वाधिक उपस्थिति वाले नामांकित आउट ऑफ स्कूल बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया, साथ ही उनके अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया। उपस्थित सभी से अनुरोध किया गया कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजते रहें, जिससे वे अपनी कक्षा के अनुरूप अधिगम स्तर प्राप्त कर उत्तम शिक्षा प्राप्त कर सकें।
शारदा संगोष्ठी: “आउट ऑफ स्कूल” बच्चों की समस्या एवं शिक्षा का महत्त्व
संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य विद्यालय छोड़ चुके बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ना, शिक्षा के महत्त्व को समझाना तथा नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना था।
1. “आउट ऑफ स्कूल” बच्चों पर विस्तृत चर्चा
विद्यालय के शिक्षकों द्वारा “आउट ऑफ स्कूल” (विद्यालय छोड़ चुके) बच्चों के बारे में गहन चर्चा की गई।
- यह स्पष्ट किया गया कि वे बच्चे, जिन्होंने किसी भी कारणवश स्कूल आना बंद कर दिया है या अनियमित हैं, उन्हें “आउट ऑफ स्कूल” की श्रेणी में रखा जाता है।
- चर्चा के दौरान यह भी बताया गया कि इन बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाएँ उपलब्ध हैं।
- विद्यालय छोड़ने के मुख्य कारणों की पहचान की गई, जिनमें आर्थिक स्थिति, परिवारिक जिम्मेदारियाँ, जागरूकता की कमी एवं अभिभावकों की उदासीनता प्रमुख थे।
- इन बच्चों की सूची तैयार की गई, जिससे यह पता लगाया जा सके कि किन बच्चों को पुनः विद्यालय में लाने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए।
2. शिक्षा के महत्त्व पर विशेष चर्चा एवं जागरूकता अभियान
- विद्यालय शिक्षकों द्वारा शिक्षा के महत्त्व को विस्तारपूर्वक समझाया गया।
- बताया गया कि शिक्षा केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों को आत्मनिर्भर बनाती है एवं उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है।
- शिक्षा के माध्यम से बच्चे अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को समझ सकते हैं और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं।
- शिक्षा से बच्चों का बौद्धिक एवं सामाजिक विकास होता है, जिससे वे आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनते हैं।
- अभिभावकों को जागरूक किया गया कि वे अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के प्रति गंभीर रहें एवं उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें।
3. ड्रॉपआउट के दुष्प्रभावों पर चर्चा
- बच्चों के विद्यालय छोड़ने के कारणों पर विस्तार से चर्चा की गई।
- ड्रॉपआउट बच्चों के जीवन पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को समझाया गया, जिनमें:
अशिक्षा के कारण रोजगार के अवसरों में कमी
बाल श्रम एवं शोषण की संभावना
कम आत्मविश्वास एवं आत्मनिर्भरता में कमी
समाज में अपराध की ओर बढ़ने की आशंका
भविष्य में आर्थिक असुरक्षा एवं कठिनाइयाँ
4. विद्यार्थियों की पहचान एवं प्रेरणा
- विद्यालय छोड़ चुके बच्चों को पुनः विद्यालय में प्रवेश दिलाने हेतु विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
- नियमित विद्यालय आने वाले बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया, जिससे अन्य बच्चे भी प्रेरित हो सकें।
- बच्चों को शिक्षित करने के लिए कहानियों, प्रेरणादायक उदाहरणों एवं शिक्षाप्रद वीडियोज़ का सहारा लिया गया।
शारदा संगोष्ठी के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम
शारदा संगोष्ठी के अंतर्गत निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए गए:
1. Out of School बच्चों की पहचान एवं शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयास
सर्वप्रथम “Out of School” की परिभाषा प्रस्तुत की गई तथा शिक्षकों द्वारा इन बच्चों को पुनः विद्यालय से जोड़ने हेतु किए गए प्रयासों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
2. Out of School बच्चों के साथ संवाद एवं शिक्षा के महत्त्व पर चर्चा
संगोष्ठी में चिन्हित “Out of School” बच्चों के साथ शिक्षा के महत्त्व, नियमित उपस्थिति की आवश्यकता तथा ड्रॉपआउट के दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई।
3. नियमित रूप से विद्यालय आने वाले Out of School बच्चों का सम्मान
नामांकित “Out of School” बच्चों में से सर्वाधिक उपस्थित रहने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया, जिससे अन्य बच्चे भी प्रेरणा ले सकें और नियमित रूप से विद्यालय आने के लिए प्रोत्साहित हों। इसके अतिरिक्त, इन बच्चों के अभिभावकों को भी कार्यशाला में सम्मानित किया गया एवं उनसे अनुरोध किया गया कि वे अपने बच्चों के साथ-साथ अन्य अभिभावकों को भी प्रेरित करें कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें।
वार्षिक उत्सव 2024-25 के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम

1. खेलकूद प्रतियोगिताएँ

- कक्षा 3 से 5 के बच्चों के लिए 500 मीटर दौड़ आयोजित की गई।
- कक्षा 6 से 8 के बच्चों के लिए 200 मीटर दौड़ प्रतियोगिता कराई गई।
- इस अवसर पर रिले दौड़ का आयोजन किया गया।
2. ड्रॉपआउट के दुष्प्रभावों पर जागरूकता अभियान

आउट ऑफ स्कूल” बच्चों तथा निरंतर अनुपस्थित होने के दुष्प्रभाव के विषय पर नाटक का मंचन किया गया।
“आउट ऑफ स्कूल” बच्चों के चिन्हिकरण की प्रक्रिया, विशेष प्रशिक्षण, एवं आयु-संगत कक्षा अनुसार अधिगम स्तर प्राप्त करने संबंधी विषय पर एक रोल प्ले का भी मंचन किया गया।
3. शिक्षा के महत्त्व पर भाषण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
- शिक्षा के महत्त्व पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
- छात्राओं की रचनात्मक कौशल वृद्धि हेतु रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता कराई गई।
- “शिक्षा का महत्त्व” विषय पर नाटक एवं कहानी लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई।
4. समापन एवं समूह फोटो सत्र
कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों, शिक्षकों एवं उपस्थित अतिथियों का समूह फोटो लिया गया।
इस प्रकार, शारदा संगोष्ठी एवं वार्षिक उत्सव 2024-25 का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
आयोजन की विशेषताएँ
- बैठक को प्रभावी बनाने के लिए टेंट, कुर्सी एवं बैनर की व्यवस्था की गई।
- छात्रों द्वारा रंगोली निर्माण कराया गया।
- विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं स्टाफ के लिए जलपान की व्यवस्था की गई।
- प्रत्येक कक्षा में सर्वाधिक उपस्थिति वाले छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
- प्रतिभाशाली छात्रों को भी सम्मानित किया गया।
समापन
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के अध्यापक द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने की अपील की एवं सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्रों और अभिभावकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही, अन्य विद्यार्थियों को इनसे प्रेरणा लेने का आग्रह किया गया।
शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिक उत्सव 2024-25 का कार्यवृत्त एवं व्यय विवरण डाउनलोड करें
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का विस्तृत कार्यवृत्त और व्यय विवरण अब उपलब्ध हैं, जिन्हें आप नीचे दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं:
शारदा संगोष्ठी एवं विद्यालय वार्षिक उत्सव 2024-25- का कार्यवृत्त एवं व्यय विवरण (217 downloads )क्र.सं. | विवरण | मात्रा | दर (₹) | राशि (₹) |
---|---|---|---|---|
1 | बैनर | 1 | 200 | 200 |
2 | टेंट | 1 | 350 | 350 |
3 | कुर्सी | 50 | 2 | 100 |
4 | गुब्बारे व सजावट का समान | 2 पैकेट | 25 | 50 |
5 | रंगोली के लिए रंग | 2 पैकेट | 25 | 50 |
6 | समोसे | 30 | 10 | 300 |
7 | चाय | 30 | 10 | 300 |
8 | गिलास | 2 पैकेट | 25 | 50 |
9 | पुरस्कार (कॉपी) | 24 | 20 | 480 |
10 | पुरस्कार (पेन) | 24 | 10 | 240 |
11 | शील्ड अभिभावक हेतु | 2 | 92.5 | 185 |
कुल खर्च | 2305 |
वार्षिक उत्सव हेतु बजट तालिका
क्रम संख्या | आइटम का नाम | संख्या | प्रति यूनिट मूल्य (₹) | कुल मूल्य (₹) |
---|---|---|---|---|
1 | सीटी | 1 | 20 | 20 |
2 | चूना | – | – | 50 |
3 | रस्सी | 1 | 100 | 100 |
4 | कलर | 3 पैकेट | 30 | 90 |
5 | रंगीन टेप | 2 | 20 | 40 |
6 | चार्ट पेपर | 10 | 10 | 100 |
7 | कैंची | 1 | 20 | 20 |
8 | पेंसिल | 1 पैकेट | 50 | 50 |
9 | ड्राइंग शीट | 1 पैकेट | 85 | 85 |
10 | प्रमाण पत्र | 12 | 10 | 120 |
11 | रिबन | 2 | 10 | 20 |
कुल व्यय | ₹695 |
यदि आप शारदा संगोष्ठी के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं तो कृपया हमारे ब्लॉग को पढ़ें।
**Disclaimer** The information provided here is for general informational purposes only. While we strive for accuracy, details may vary depending on circumstances, school conditions, student numbers, or other factors. The table is for reference only, and any images used are purely symbolic. Actual conditions may differ. For the most accurate and up-to-date information, please refer to the official order.