
SMC Meeting – April 2025 5
स्थान: विद्यालय प्रांगण
SMC Meeting April 2025-बैठक के प्रमुख एजेंडा और चर्चाएँ
SMC Meeting April 2025…………. April 025 में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न शैक्षिक योजनाओं, निपुण लक्ष्य, DBT, विद्यालय विकास एवं शिक्षण साधनों के प्रभावी उपयोग पर चर्चा की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना तथा छात्रों की सतत प्रगति को सुनिश्चित करना था।
आज विद्यालय में SMC Meeting April 2025 विद्यालय प्रबंध समिति ( की बैठक पूर्व निर्धारित एजेंडा के अनुसार आयोजित की गई। आज की बैठक में पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गई। एजेंडा पढ़कर सुनाया गया। बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया,बैठक में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
SMC Meeting April 2025
SMC Meeting April 2025 – Agenda
📌 SMC बैठक – अप्रैल 2025 के प्रमुख एजेंडा बिंदु(Basiceduhub.com) 📌
क्रम संख्या | एजेंडा बिंदु |
---|---|
1 | स्कूल चलो अभियान |
2 | नामांकन वृद्धि के प्रयास |
3 | बालिकाओं के नामांकन एवं उपस्थिति |
4 | शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) की जानकारी |
5 | सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 1 में नामांकन |
6 | निःशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण |
7 | DBT (Direct Benefit Transfer) योजना |
8 | विद्यालय परीक्षा परिणाम एवं गुणवत्ता सुधार |
9 | नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु प्रयास |
10 | विद्यालय को प्राप्त अनुदान एवं व्यय योजना |
11 | निपुण विद्यालय अभियान |
12 | विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं लर्निंग ऐप्स |
13 | निपुणतालिका के संबंध में चर्चा |
14 | संशोधित लक्ष्यों पर चर्चा |
15 | विद्यालय में दी जाने वाली शिक्षा एवं संसाधनों की जानकारी |
16 | अभिभावकों को PTM में अधिक शामिल करने हेतु प्रयास |
17 | मेरा विद्यालय, स्वच्छ विद्यालय अभियान |
18 | पुस्तकालय |
19 | शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग पर चर्चा |
20 | आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम |
21 | समर्थ कार्यक्रम |
22 | विद्या प्रवेश कार्यक्रम |

विद्यालय का नाम:
यू-डाइस कोड: ——
ब्लॉक: ——
बैठक की तिथि: April 2025
समय: दोपहर 12:00 बजे
स्थान: विद्यालय प्रांगण
SMC Meeting April 2025 – Agenda & कार्यवृत्त
SMC Meeting April 2025-बैठक की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा की गई। बैठक की शुरुआत में, पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गई। तत्पश्चात, एजेंडा को पढ़कर सुनाया गया और उसी के अनुसार बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गई।
SMC Meeting April 2025-0मिनट्स ऑफ मीटिंग (बैठक की कार्यवाही)
1. स्कूल चलो अभियान की रूपरेखा
स्कूल चलो अभियान

विद्यालय प्रबंध समिति (SMC) की बैठक में ‘स्कूल चलो अभियान’ को प्रभावी रूप से संचालित करने पर चर्चा हुई। यह अभियान दो चरणों में संचालित होगा:
प्रथम चरण: 1 अप्रैल से 15 अप्रैल 2025 तक
- इस चरण में विद्यालय स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- विद्यालय स्तर पर रैली और प्रभात फेरी: बच्चों, शिक्षकों एवं समुदाय के सदस्यों की सहभागिता से रैलियां एवं प्रभात फेरी निकाली जाएंगी।
- विद्यालय के प्रथम दिवस को विशेष रूप से सजाया जाएगा। इसके तहत फूल-पत्तियों, रंगोली, गुब्बारों आदि से विद्यालय को सजाने का निर्णय लिया गया।
- बच्चों का स्वागत टीका लगाकर एवं पुष्प देकर किया जाएगा।
- सभी बच्चों का विवरण दर्ज कर अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा।
- इस अवसर पर विद्यार्थियों को स्वादिष्ट भोजन भी प्रदान किया जाएगा।
विशेष कार्य योजनाएँ एवं गतिविधियाँ |
1 अप्रैल 2025 – पुस्तक वितरण समारोह एवं विद्या प्रवेश |
2 अप्रैल 2025 – ब्लॉक स्तरीय रैली |
|3 अप्रैल 2025 – विद्यालय प्रभात फेरी |
5 अप्रैल 2025 – आउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिन्हांकन |
6 अप्रैल 2025 – चित्रकला प्रतियोगिता |
7-12 अप्रैल 2025 – नामांकन बढ़ाने हेतु जनसंपर्क अभियान |
15 अप्रैल 2025 – पोस्टर प्रतियोगिता, विद्या प्रवेश सार्वजनिक कार्यक्रम |
2. नामांकन वृद्धि के प्रयास
प्रधानाध्यापक द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि विद्यालय में नामांकन वृद्धि तथा नामांकित छात्रों की नियमित उपस्थिति बढ़ाने के लिए समुदाय और अभिभावकों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। सभी सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे इस अभियान में अपना सक्रिय योगदान दें और अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें।घर-घर जाकर संपर्क किया जाएगा ताकि सभी बच्चों को विद्यालय से जोड़ा जा सके। विद्यालय स्तर पर नियमित बैठकें आयोजित की जाएंगी ।शिक्षकों द्वारा घर-घर संपर्क कर नामांकन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
3. बालिकाओं के नामांकन एवं उपस्थिति
बालिकाओं के नामांकन एवं उपस्थिति पर विशेष ध्यान
बैठक में बालिकाओं के 100% नामांकन एवं उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया।
4. शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) की जानकारी
कोई भी 6 से 14 वर्ष का बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए सभी सदस्यों से सहयोग मांगा गया।
शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) के अनुसार कोई भी 6 से 14 वर्ष की आयु का बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे
- यह सुनिश्चित करने के लिए सभी सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे इस दिशा में अपना पूरा सहयोग दें।
5. सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 1 में नामांकन प्रक्रिया
बैठक में सभी सदस्यों को अवगत कराया गया कि शैक्षिक सत्र 2025-26 में कक्षा 1 में उन्हीं छात्रों का नामांकन किया जाएगा जिनकी आयु 31 जुलाई 2025 तक 6 वर्ष पूर्ण हो चुकी होगी।
6. निःशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण

बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि सभी छात्रों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकों का वितरण अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में कर दिया जाएगा
7.DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना
सभी सदस्यों को सूचित किया गया कि पिछले सत्र की भांति इस वर्ष भी DBT के तहत ₹1200 की धनराशि बैंक खातों में भेजी जाएगी।
- यह सुनिश्चित करने के लिए सभी अभिभावकों के बैंक खाते सक्रिय एवं आधार से जुड़े होने चाहिए।
- खाते बंद न हों और KYC पूर्ण हो, इसके लिए सभी अभिभावकों से अनुरोध किया गया कि वे जल्द से जल्द अपने खातों की आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करें।
सभी छात्रों को DBT के तहत ₹1200 की राशि खातों में भेजी जाएगी। खातों का आधार से जुड़ा एवं सक्रिय रहना अनिवार्य है।
समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को बैंक खाता खुलवाने एवं आधार सीडिंग करवाने में सहायता करें, ताकि सभी विद्यार्थी को सही समय पर लाभ मिल सके।
8. विद्यालय परीक्षा परिणाम एवं गुणवत्ता सुधार
बैठक में विद्यालय के परीक्षा परिणामों पर चर्चा की गई । प्रधानाध्यापक ने सभी को अवगत कराया कि विद्यालय ने एक कार्ययोजना तैयार कर ली है, जिसमें सभी शिक्षकों की ज़िम्मेदारियां स्पष्ट रूप से निर्धारित की गई हैं।
- मासिक पाठ्यक्रम विभाजन के अनुसार शिक्षकों को कार्य करने के निर्देश दिए गए।
- गृहकार्य की महत्ता, कार्य पुस्तिकाओं के उपयोग एवं विद्यार्थियों की प्रगति पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर चर्चा की गई।
- विद्यालय के शैक्षिक कार्यों पर भी व्यापक चर्चा की गई और सभी सदस्यों को इस संबंध में अवगत कराया गया।
9. विद्यार्थियों की उपस्थिति व ठहराव सुनिश्चित करने हेतु निर्णय

बैठक में उन विद्यार्थियों की सूची साझा की गई जो लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं। इस पर चर्चा करते हुए समिति ने निर्णय लिया कि विद्यालय स्टाफ और समिति सदस्य मिलकर ऐसे विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क करेंगे।
अभिभावकों को शिक्षा के महत्व को समझाने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें। विद्यालय स्टाफ द्वारा इस दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है, जिससे सभी विद्यार्थी नियमित रूप से उपस्थित हो सकें।
बैठक में चर्चा की गई कि विद्यालय में ऐसे बच्चों के ठहराव को सुनिश्चित किया जाए, ताकि उनकी शैक्षिक प्रगति निरंतर बनी रहे। यह देखा गया कि कुछ बच्चे विद्यालय आते हैं लेकिन किसी कारणवश जल्दी चले जाते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है।
इस विषय पर विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करें। यह आवश्यक है कि बच्चे नियमित रूप से विद्यालय आएं और पूरा समय कक्षा में व्यतीत करें। इससे न केवल उनकी शैक्षिक प्रगति सुनिश्चित होगी, बल्कि उनका समग्र विकास भी संभव होगा।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि समिति के सदस्य एवं विद्यालय स्टाफ ऐसे बच्चों एवं उनके अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए विशेष प्रयास करेंगे।
10. विद्यालय को प्राप्त अनुदान एवं व्यय योजना
विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में विभिन्न मदों में प्राप्त धनराशि की जानकारी सदस्यों को दी गई। पूर्व में भी सदस्यों को इस संबंध में अवगत कराया गया था। इस बैठक में, विभिन्न मदों में प्राप्त धनराशि पर विस्तृत चर्चा की गई और उसके व्यय व्यय विवरण प्रस्तुत किया गया तथा समिति दवार समीक्षा कर अनुमोदन किया गया।
11. निपुण विद्यालय अभियान
बैठक में ‘निपुण भारत मिशन’ के अंतर्गत विद्यालय में किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों को निपुण आकलन प्रक्रिया की जानकारी दी गई। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए गए, जिससे सभी विद्यार्थी आवश्यक दक्षताओं को प्राप्त कर सकें।
12. विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं ई-लर्निंग ऐप्स
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अभिभावकों को डिजिटल शिक्षा के महत्व से अवगत कराया जाए। इसके लिए उन्हें DIKSHA ऐप और Read Along ऐप का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इन डिजिटल टूल्स के माध्यम से विद्यार्थी घर पर भी अध्ययन कर सकते हैं और अपनी सीखने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे इस विषय पर अभिभावकों के बीच जागरूकता बढ़ाने में सहयोग करें।
13. निपुण तालिका पर चर्चा
बैठक में सभी SMC सदस्यों को निपुण तालिका के महत्व एवं उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस तालिका में शिक्षकों को छात्रों के सीखने के विभिन्न स्तरों को दर्ज कर नियमित रूप से अपडेट करना होता है। इसके माध्यम से प्रत्येक छात्र की शैक्षिक प्रगति पर निगरानी रखी जाती है, जिससे उनके सीखने की गति को बेहतर बनाया जा सके।
14. संशोधित निपुण लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा
विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा सभी SMC सदस्यों को संशोधित निपुण लक्ष्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस बैठक में नए निपुण लक्ष्यों एवं सरकार द्वारा जारी अपेक्षाओं पर विशेष चर्चा की गई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि प्रत्येक कक्षा में अध्ययनरत छात्र को निर्धारित शिक्षण लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किस प्रकार मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए।
छात्रों को उनके कक्षा-स्तरीय शिक्षण लक्ष्यों के अनुसार सशक्त किया जाए, ताकि वे भविष्य में एक समर्थ नागरिक बन सकें। इसके अंतर्गत, निपुण लक्ष्यों के मूल्यांकन के लिए ‘निपुण लक्ष्य ऐप’ के उपयोग पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस ऐप के माध्यम से बच्चों का नियमित आकलन किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने शैक्षिक लक्ष्यों को समय पर प्राप्त कर रहे हैं।
सभी SMC सदस्यों को निपुण लक्ष्य ऐप के कार्यप्रणाली एवं उपयोग से अवगत कराया गया, जिससे वे विद्यालय में इसके प्रभावी क्रियान्वयन में सहयोग कर सकें।
15-विद्यालय में दी जा रही शिक्षा एवं संसाधनों की जानकारी
बैठक में सभी SMC सदस्यों को विद्यालय में दी जा रही शिक्षा एवं उपयोग किए जा रहे शिक्षण संसाधनों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
स्मार्ट क्लास एवं ब्लूटूथ स्पीकर का उपयोग
Diksha App एवं ब्लूटूथ स्पीकर का उपयोग स्मार्ट क्लास के रूप में किया जा रहा है, जिससे छात्रों को अधिक रुचिकर तरीके से पढ़ाया जा सके।
विज्ञान एवं गणित किट का उपयोग
विद्यालय में विज्ञान एवं गणित किट उपलब्ध कराई गई है, जिससे छात्रों को प्रयोगों के माध्यम से सीखने का अवसर मिल रहा है।
कक्षा शिक्षण में ICT संसाधनों का प्रयोग
सभी कक्षाओं में ICT संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें Diksha App, Read Along App और निपुण लक्ष्य जैसे डिजिटल टूल शामिल हैं। इससे शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है।
सतत एवं व्यापक आकलन (CCE)
बच्चों की शैक्षिक प्रगति का आकलन सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (CCE) के आधार पर किया जा रहा है, जिससे उनकी नियमित प्रगति पर नजर रखी जा सके।
16. अभिभावकों को PTM में अधिक शामिल करने हेतु प्रयास
बैठक में अभिभावकों को अधिक से अधिक PTM में शामिल करने पर जोर दिया गया। SMC सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को जागरूक करें ताकि वे नियमित रूप से बैठक में भाग लें और अपने बच्चों की प्रगति पर ध्यान दें।
17.मेरा विद्यालय – स्वच्छ विद्यालय” अभियान
विद्यालय परिसर की स्वच्छता एवं अनुशासन को लेकर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए अनुरोध किया गया कि बच्चों को स्वच्छता का महत्व समझाया जाए और वे नियमित रूप से विद्यालय में स्वच्छता अभियान में भाग लें।
18.पुस्तकालय
विद्यालय पुस्तकालय – अध्ययन संस्कृति को बढ़ावा
बैठक में विद्यालय पुस्तकालय के महत्व पर विशेष चर्चा की गई। सभी सदस्यों को अवगत कराया गया कि पुस्तकालय एक ज्ञान का भंडार है, जहां विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार पुस्तकों का चयन कर अध्ययन कर सकते हैं। नियमित रूप से पुस्तकें पढ़ने से न केवल उनकी शब्दावली समृद्ध होती है, बल्कि उनकी कल्पनाशक्ति, तार्किक सोच एवं विचारशीलता का भी विकास होता है।
पुस्तकें हमारे जीवन का एक अनमोल हिस्सा हैं, जो हमें नई सीख, संस्कार एवं नैतिक मूल्य प्रदान करती हैं।विद्यालय में विद्यार्थियों को कक्षा के अनुसार पुस्तकें पढ़ने के लिए उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत विकसित हो रही है और वे विभिन्न विषयों की पुस्तकों से नई जानकारी एवं ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
19. शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग पर चर्चा
बैठक में शिक्षक संदर्शिकाओं के प्रभावी उपयोग पर भी चर्चा की गई।
20. आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम
विद्यालय में उन बच्चों के लिए विशेष चर्चा की गई जो नियमित रूप से विद्यालय नहीं आते या पढ़ाई छोड़ चुके हैं। ऐसे बच्चों को दोबारा विद्यालय से जोड़ने हेतु शारदा कार्यक्रम कार्यक्रम संचालित किए जा रहा हैं।
शारदा कार्यक्रम
शारदा (Special Training for Out of School Children) कार्यक्रम उन बच्चों के लिए है, जो किसी कारणवश विद्यालय नहीं आ पा रहे हैं। इस कार्यक्रम के तहत उन्हें विशेष प्रशिक्षण देकर मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जाता है।
21.समर्थ कार्यक्रम
समर्थ कार्यक्रम विशेष रूप से दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जाता है। इसमें उनकी शैक्षिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विशेष सहायक सामग्री एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
22.विद्या प्रवेश/ स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम
विद्यालय प्रबंध समिति (SMC) की बैठक में “विद्या प्रवेश/स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की गई। सदस्यों को सूचित किया गया कि यह 12-सप्ताह का गतिविधि-आधारित कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य नवप्रवेशित कक्षा 1 के छात्रों को विद्यालय के वातावरण के अनुकूल बनाना और प्रारंभिक शिक्षा के लिए तैयार करना है |
बैठक में कार्यक्रम की समय-सारिणी और गतिविधियों पर भी चर्चा हुई, जिसमें अप्रैल से अगस्त 2025 तक विभिन्न चरणों में गतिविधियों का संचालन शामिल है। सदस्यों को बताया गया कि अगस्त के अंत और सितंबर के पहले सप्ताह में अभिभावकों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें बच्चों की प्रगति पर चर्चा होगी और उन्हें विद्यालय में सीखी गई गतिविधियों का प्रदर्शन किया जाएगा。
सदस्यों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया और विद्यालय समुदाय की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
SMC Meeting April 2025–विद्यालय प्रबंध समिति मासिक बैठक कार्यवृत्त
SMC Meeting April 2025-विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) बैठक कार्यवृत्त
दिनांक: _
स्थान: विद्यालय परिसर
आज विद्यालय में विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक द्वारा की गई, जिसमें एजेंडा बिंदु पढ़कर सुनाए गए और पूर्व बैठक के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई:
SMC Meeting April 2025-मुख्य चर्चा बिंदु एवं निर्णय:
- स्कूल चलो अभियान – सभी सदस्यों ने नामांकन बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर सहमति जताई।
- नामांकन वृद्धि के प्रयास – नए विद्यार्थियों के नामांकन हेतु घर-घर संपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
- बालिकाओं के नामांकन एवं उपस्थिति – विशेष रूप से बालिकाओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु अभिभावकों से संवाद बढ़ाने पर सहमति बनी।
- शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) की जानकारी – सभी सदस्यों को RTE के तहत बच्चों के अधिकारों की जानकारी दी गई।
- सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 1 में नामांकन – प्रवेश प्रक्रिया को व्यवस्थित रूप से संचालित करने हेतु रणनीति बनाई गई।
- निःशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण – सभी विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करा दी गई हैं।
- DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना – अभिभावकों को योजना की जानकारी देने और लाभार्थियों का डाटा सही रखने पर सहमति बनी।
- विद्यालय परीक्षा परिणाम एवं गुणवत्ता सुधार – परीक्षा परिणामों का विश्लेषण किया गया और शिक्षण गुणवत्ता सुधार हेतु सुझाव दिए गए।
- नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के प्रयास – अनुपस्थित विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर सहमति बनी।
- विद्यालय को प्राप्त अनुदान एवं व्यय योजना – विद्यालय को प्राप्त अनुदानों के समुचित उपयोग पर चर्चा हुई।
- निपुण विद्यालय अभियान – छात्रों की मूलभूत दक्षताओं को विकसित करने हेतु इस अभियान पर विस्तार से चर्चा की गई।
- विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं लर्निंग ऐप्स – ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न लर्निंग ऐप्स की जानकारी दी गई।
- निपुण तालिका के संबंध में चर्चा – छात्रों की दक्षता सूची तैयार करने और उनके प्रदर्शन सुधारने के प्रयासों पर चर्चा हुई।
- विद्यालय में दी जाने वाली शिक्षा एवं संसाधनों की चर्चा की गई।
- अभिभावकों को पीटीएम में अधिक शामिल करने के प्रयास – अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु विचार-विमर्श किया गया।
- मेरा विद्यालय, स्वच्छ विद्यालय अभियान – विद्यालय परिसर की सफाई बनाए रखने और छात्रों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने हेतु अभियान चलाने पर निर्णय लिया गया।
- पुस्तकालय संबंधी निर्णय –
- पुस्तकालय के उपयोग हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया गया।
- प्रभावी उपयोग के लिए नियमावली तैयार करने पर चर्चा की गई।
- उपलब्ध संसाधनों की जानकारी दी गई।
अन्य :
- विद्या प्रवेश कार्यक्रम पर चर्चा की गई तथा इसके महत्व को विस्तृत रूप से बताया गया।
- Composite Grant एवं अन्य अनुदानों का विवरण प्रस्तुत किया गया तथा SMC से अनुमोदन प्राप्त किया गया।
- शिक्षक संदर्शिकाओं की उपयोगिता पर चर्चा – शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावी बनाने हेतु संदर्शिकाओं के सही उपयोग पर विचार-विमर्श किया गया।
- आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम – विद्यालय से बाहर रह गए बच्चों को मुख्यधारा में लाने हेतु रणनीति बनाई गई।
- समर्थ कार्यक्रम – विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सहायता सुनिश्चित करने की योजना बनाई गई।
निष्कर्ष
इस मासिक बैठक में विद्यालय के विभिन्न शैक्षिक, प्रशासनिक और विकास से जुड़े मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। सभी निर्णय शासनादेशों के अनुसार लिए गए, और समिति के सदस्यों को विद्यालय की प्रगति में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया।
विद्यालय की बेहतरी के लिए विद्यालय प्रबंध समिति की यह मासिक बैठक एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसके द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है और विद्यार्थियों के समग्र विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है।
बैठक में विद्यालय के शैक्षिक सुधार, विद्यार्थियों की उपस्थिति, पुस्तकालय, शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग एवं विशेष शैक्षिक योजनाओं पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने एवं अभिभावकों को जागरूक करने का आग्रह किया गया।
बैठक का समापन विद्यालय की प्रगति एवं विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ किया गया।
बैठक के अंत में सभी सदस्यों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया |
सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे आगामी बैठक में शामिल होकर विद्यालय विकास में अपना योगदान दें।
Disclaimer: This information is intended for informational purposes only. The details provided are subject to change based on the specific situation. It is advisable to conduct meetings according to the current context and requirements. Please consider this information as a guideline rather than a definitive directive.
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