56 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले स्टीव जॉब्स, जिनका नाम तकनीकी दुनिया के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है, अपनी आखिरी सांसों के समय ज़िंदगी की हकीकत को बहुत गहराई से महसूस कर रहे थे। दुनिया के लिए वे एक महान उद्योगपति और आविष्कारक थे, लेकिन अपने अंतिम पलों में, स्टीव जॉब्स ने वो शब्द कहे जो हमें हमारी ज़िंदगी की असली सच्चाई से परिचित कराते हैं।
Steve Jobs Last Words – When Do We Truly Understand Life? | स्टीव जॉब्स के अंतिम शब्द – हम वास्तविकता कब समझते हैं
मैं व्यापार जगत में सफलता के शिखर पर पहुंच गया हूं। दूसरों की नज़र में मेरा जीवन एक उपलब्धि है। हालांकि, काम के अलावा, मुझे कोई खुशी नहीं थी।
स्टीव जॉब्स के ये शब्द उनके जीवन के अंत में उस महान व्यक्ति की सच्ची भावना को दर्शाते हैं। उन्होंने इस दुनिया को समझने में जो समय बिताया, वह हम सभी के लिए एक सीख है। एक अरबपति होते हुए भी, उन्हें आखिरी समय में एहसास हुआ कि धन और प्रसिद्धि जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई नहीं हैं।
स्टीव जॉब्स ने न केवल तकनीकी दुनिया में क्रांति ला दी, बल्कि जीवन के असली मायने भी समझाए। उनके शब्द हमें याद दिलाते हैं कि असली सफलता केवल वित्तीय उपलब्धियों में नहीं है, बल्कि उन रिश्तों और खुशियों में है जो हमें संतुष्टि और जीवन में उद्देश्य देते हैं।
स्टीव जॉब्स ने एक बार कहा था, ‘आपका काम आपकी ज़िंदगी का बड़ा हिस्सा भरने वाला है, और वास्तव में संतुष्ट होने का एकमात्र तरीका है कि आप वह करें जिसे आप महान काम मानते हैं।’ यह उनके विश्वास को दर्शाता है कि जुनून और उद्देश्य ही किसी के जीवन के केंद्र में होना चाहिए।”
जीवन की सबसे अनमोल चीज़ – समय और संबंध
स्टीव जॉब्स ने अपने अंतिम शब्दों में कहा, “अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए, मुझे एहसास हुआ कि जिस पहचान और धन पर मुझे इतना गर्व था, वह मृत्यु के सामने फीकी और महत्वहीन हो गई है।”
यह हमें याद दिलाता है कि जीवन की सच्चाई का सामना हम तभी कर पाते हैं जब हम अपनी जीवन यात्रा के अंत के करीब होते हैं। जीवन की अनिश्चितता को समझना और उसे सही दिशा में जीना ही असली जीवन है।
धन बस एक सच्चाई है,जिसका मैं आदी हो गया हूँ। इस क्षण में अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए और अपने पूरे जीवन को याद करते हुए, मुझे एहसास होता है कि जिस पहचान और धन पर मुझे इतना गर्व था, वह मृत्यु के सामने फीकी और महत्वहीन हो गई है।
आप अपनी कार चलाने या पैसे कमाने के लिए किसी को काम पर रख सकते हैं। लेकिन आप किसी को बीमारी सहने और मरने के लिए नहीं रख सकते। खोई हुई भौतिक वस्तुएं मिल सकती हैं। लेकिन एक चीज़ है जो खो जाने पर कभी नहीं मिलती- “ज़िंदगी”।
ये शब्द हमें बताते हैं कि धन और प्रसिद्धि जीवन के हर मोड़ पर काम नहीं आते। जो चीज़ सबसे महत्वपूर्ण है, वह है हमारा समय और हमारे रिश्ते। जो लोग हमारे आस-पास होते हैं, वे हमारे जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति हैं।
जीवन का असली सुख
हम अभी जीवन के जिस भी चरण में हैं, समय के साथ हमारा सामना उस दिन से होगा, जब पर्दा बंद हो जाएगा।
अपने परिवार, जीवनसाथी और दोस्तों से प्यार करें… उनके साथ अच्छा व्यवहार करें, उनके साथ छल- कपट, बेईमानी ना करें।
जैसे- जैसे हम बड़े और समझदार होते हैं, हमें धीरे- धीरे एहसास होता है कि रू300 या रू3000 या रू2- 4लाख की घड़ी पहने – सभी एक ही समय देती हैं।
चाहे हमारे पास 100 का पर्स हो या 500का – पर्स का कार्य समान होगा।
चाहे हम 5,00,000 लाख की कार चलाएं या 50,00,000 लाख की कार। मार्ग और दूरी समान है और हम एक ही गंतव्य पर पहुंचते हैं।
हम जिस घर में रहते हैं, वह चाहे 300 वर्ग फुट का हो या 3000 वर्ग फुट का- अकेलापन एक ही है।
आपको एहसास होगा कि आपकी सच्ची आंतरिक ख़ुशी इस दुनिया की भौतिक चीज़ों से नहीं आती है।
चाहे आप प्रथम श्रेणी में उड़ान भरें या इकोनॉमी क्लास में, यदि विमान नीचे गिरता है, तो आप उसके साथ नीचे जाते हैं।
इसलिए.. मुझे आशा है कि आपको एहसास होगा, आपके पास दोस्त, भाई और बहनें हैं, जिनके साथ आप बातचीत करते हैं, हंसते हैं, गाते हैं, स्वर्ग और पृथ्वी के बारे में बात करते हैं, …. यह है सच्चा सुख !!
जीवन का एक निर्विवाद तथ्य:
अपने बच्चों को सिर्फ अमीर बनने के लिए शिक्षा न दें। उन्हें खुश रहना सिखाएं। जब वे बड़े होंगे तो उन्हें चीजों का मूल्य पता चलेगा न कि कीमत।
जीवन का सच्चा सत्य – मृत्यु के सामने सब कुछ अर्थहीन
https://en.wikipedia.org/wiki/Steve_Jobs
जीवन को बेहतर ढंग से समझने के लिए तीन स्थान हैं:
– अस्पताल
– कारागार
– श्मशान
अस्पताल में आप समझ जाएंगे कि स्वास्थ्य से बेहतर कुछ भी नहीं है।
जेल में आप देखेंगे कि आज़ादी कितनी अनमोल चीज़ है।
श्मशान में आपको एहसास होगा कि जीवन कुछ भी नहीं है।
आज हम जिस ज़मीन पर चल रहे हैं, वह कल हमारी नही होगी।
आइए, अब से विनम्र बनें और प्राप्त हर चीज़ के लिए भगवान को धन्यवाद दें।
इस वाक्य के पीछे की गहराई यह है कि जीवन का असली सुख भौतिक चीजों में नहीं है। स्टीव जॉब्स ने अपने जीवन के आखिरी दिनों में यह महसूस किया कि सच्चा सुख केवल उन क्षणों में होता है, जब हम अपने परिवार और दोस्तों के साथ होते हैं।
अंतिम संदेश – खुशी से जिएं
अपने बच्चों को सिर्फ अमीर बनने के लिए शिक्षा न दें। उन्हें खुश रहना सिखाएं।”
यह स्टीव जॉब्स का अंतिम संदेश है। हमें अपने जीवन में भौतिक वस्तुओं के पीछे नहीं भागना चाहिए, बल्कि अपने रिश्तों, परिवार, और दोस्तों के साथ समय बिताना चाहिए। यही जीवन का असली सुख है।
https://www.brainyquote.com/authors/steve-jobs-quotes
निष्कर्ष: Life’s True Meaning | जीवन का असली मतलब
Story of Steve Jobe
स्टीव जॉब्स के ये अंतिम शब्द हमें एक गहरा संदेश देते हैं कि जीवन कितना भी सफल क्यों न हो, अंततः सबसे महत्वपूर्ण चीज़ हमारे संबंध, हमारा स्वास्थ्य और हमारी खुशी है। जीवन की असली संपत्ति हमारी भौतिक वस्तुएं नहीं, बल्कि वे लोग हैं जो हमें प्यार करते हैं और जिनके साथ हम समय बिताते हैं।