
बैठक तिथि: 05 March 2025
स्थान: विद्यालय प्रांगण
SMC Meeting March 2025-बैठक के प्रमुख एजेंडा और चर्चाएँ
विद्यालय प्रबंध समिति (SMC) की बैठक 5 मार्च 2025 में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न शैक्षिक योजनाओं, निपुण लक्ष्य, DBT, विद्यालय विकास एवं शिक्षण साधनों के प्रभावी उपयोग पर चर्चा की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना तथा छात्रों की सतत प्रगति को सुनिश्चित करना था।
आज विद्यालय में विद्यालय प्रबंध समिति (SMC MEETING March 2025 ) की बैठक पूर्व निर्धारित एजेंडा के अनुसार आयोजित की गई। आज की बैठक में पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गई। एजेंडा पढ़कर सुनाया गया। बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया,बैठक में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
Table of Contents
SMC Meeting March 2025
📌 SMC बैठक – मार्च 2025 के प्रमुख एजेंडा बिंदु 📌
क्रम संख्या | एजेंडा बिंदु |
---|---|
1 | वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम (2024-25) |
2 | इको-क्लब फॉर मिशन लाइफ गतिविधियां |
3 | विद्यार्थियों की उपस्थिति व ठहराव सुनिश्चित करने हेतु निर्णय |
4 | विद्यालय को प्राप्त अनुदान एवं व्यय योजना |
5 | निपुण विद्यालय अभियान |
6 | विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं ई-लर्निंग ऐप्स |
7 | बैंक खाता एवं डीबीटी (DBT) संबंधित जानकारी |
8 | निपुण तालिका के अद्यतन पर चर्चा |
9 | DBT हेतु यूनिफॉर्म में फोटो अपलोडिंग |
10 | संशोधित निपुण लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा |
11 | विद्यालय में दी जा रही शिक्षा एवं संसाधनों की जानकारी |
12 | अभिभावकों को PTM में अधिक शामिल करने हेतु प्रयास |
13 | “मेरा विद्यालय – स्वच्छ विद्यालय” अभियान |
14 | विद्यालय पुस्तकालय – अध्ययन संस्कृति को बढ़ावा |
15 | शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग पर चर्चा |
16 | आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम |
17 | समर्थ कार्यक्रम |

विद्यालय का नाम:
यू-डाइस कोड: ——
ब्लॉक: ——
बैठक की तिथि: 5 मार्च 2025
समय: दोपहर 12:00 बजे
स्थान: विद्यालय प्रांगण
SMC Meeting March 2025 – Agenda & कार्यवृत्त
बैठक कार्यवृत्त
बैठक की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा की गई। बैठक की शुरुआत में, पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गई। तत्पश्चात, एजेंडा को पढ़कर सुनाया गया और उसी के अनुसार बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गई।
मुख्य बिंदु:
क्रम संख्या | एजेंडा बिंदु |
---|
1️⃣ | वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम (2024-25) |
2️⃣ | इको-क्लब फॉर मिशन लाइफ गतिविधियां |
3️⃣ | विद्यार्थियों की उपस्थिति व ठहराव सुनिश्चित करने हेतु निर्णय |
4️⃣ | विद्यालय को प्राप्त अनुदान एवं व्यय योजना |
5️⃣ | निपुण विद्यालय अभियान |
6️⃣ | विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं ई-लर्निंग ऐप्स |
7️⃣ | बैंक खाता एवं डीबीटी (DBT) संबंधित जानकारी |
8️⃣ | निपुण तालिका के अद्यतन पर चर्चा |
9️⃣ | DBT हेतु यूनिफॉर्म में फोटो अपलोडिंग |
10 | संशोधित निपुण लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा |
11 | विद्यालय में दी जा रही शिक्षा एवं संसाधनों की जानकारी |
12 | अभिभावकों को PTM में अधिक शामिल करने हेतु प्रयास |
13 | “मेरा विद्यालय – स्वच्छ विद्यालय” अभियान |
14 | विद्यालय पुस्तकालय – अध्ययन संस्कृति को बढ़ावा |
15 | शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग पर चर्चा |
16 | आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम |
17 | समर्थ कार्यक्रम |
SMC Meeting March 2025–विद्यालय प्रबंध समिति मासिक बैठक कार्यवृत्त

1. वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम (2024-25)
प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को अवगत कराया गया कि शासनादेश के अनुसार विद्यालय में वार्षिक परीक्षा का आयोजन 24 मार्च से 28 मार्च 2024 के बीच किया जाएगा। इस संबंध में परीक्षा की समय-सारणी साझा की गई तथा रिपोर्ट कार्ड वितरण प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा की गई।
सभी सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को जागरूक करें और प्रेरित करें ताकि सभी विद्यार्थी 100% उपस्थिति सुनिश्चित करें। इससे न केवल परीक्षा परिणाम बेहतर होगा, बल्कि विद्यालय की उपस्थिति भी सत प्रतिशत रहेगी।
2. इको-क्लब फॉर मिशन लाइफ गतिविधियां

सभी SMC सदस्यों को अवगत कराया गया कि विद्यालय को इको-क्लब से संबंधित गतिविधियों के लिए धनराशि प्राप्त हुई है। इस धनराशि के उपयोग हेतु कार्य योजना एवं कैलेंडर तैयार किया गया। मार्च माह में इको क्लब के अंतर्गत आयोजित होने वाली गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। इस दौरान 20 मार्च को गौरया दिवस तथा 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने की योजना बनाई गई।
सभी समिति सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे इन कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लें और अन्य अभिभावकों को भी जागरूक करें। विशेष रूप से विश्व जल दिवस पर विद्यार्थियों के लिए जल संरक्षण पर विशेष सत्र आयोजित करने की योजना बनाई गई।
3. विद्यार्थियों की उपस्थिति व ठहराव सुनिश्चित करने हेतु निर्णय
बैठक में उन विद्यार्थियों की सूची साझा की गई जो लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं। इस पर चर्चा करते हुए समिति ने निर्णय लिया कि विद्यालय स्टाफ और समिति सदस्य मिलकर ऐसे विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क करेंगे।
अभिभावकों को शिक्षा के महत्व को समझाने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें। विद्यालय स्टाफ द्वारा इस दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है, जिससे सभी विद्यार्थी नियमित रूप से उपस्थित हो सकें।
बैठक में चर्चा की गई कि विद्यालय में ऐसे बच्चों के ठहराव को सुनिश्चित किया जाए, ताकि उनकी शैक्षिक प्रगति निरंतर बनी रहे। यह देखा गया कि कुछ बच्चे विद्यालय आते हैं लेकिन किसी कारणवश जल्दी चले जाते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है।
इस विषय पर विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करें। यह आवश्यक है कि बच्चे नियमित रूप से विद्यालय आएं और पूरा समय कक्षा में व्यतीत करें। इससे न केवल उनकी शैक्षिक प्रगति सुनिश्चित होगी, बल्कि उनका समग्र विकास भी संभव होगा।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि समिति के सदस्य एवं विद्यालय स्टाफ ऐसे बच्चों एवं उनके अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए विशेष प्रयास करेंगे।

4. विद्यालय को प्राप्त अनुदान एवं व्यय योजना
विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में विभिन्न मदों में प्राप्त धनराशि की जानकारी सदस्यों को दी गई। पूर्व में भी सदस्यों को इस संबंध में अवगत कराया गया था। इस बैठक में, विभिन्न मदों में प्राप्त धनराशि पर विस्तृत चर्चा की गई और उसके व्यय के लिए कार्ययोजना तैयार की गई।
प्रधानाध्यापक द्वारा पूर्व में किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया गया, और उनकी समीक्षा कर समिति ने अनुमोदन दिया। इसके साथ ही, आगामी समय में प्राप्त होने वाली धनराशि के उचित उपयोग के लिए योजना बनाई गई।
5. निपुण विद्यालय अभियान
बैठक में ‘निपुण भारत मिशन’ के अंतर्गत विद्यालय में किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों को निपुण आकलन प्रक्रिया की जानकारी दी गई। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए गए, जिससे सभी विद्यार्थी आवश्यक दक्षताओं को प्राप्त कर सकें।
6. विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं ई-लर्निंग ऐप्स
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अभिभावकों को डिजिटल शिक्षा के महत्व से अवगत कराया जाए। इसके लिए उन्हें DIKSHA ऐप और Read Along ऐप का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इन डिजिटल टूल्स के माध्यम से विद्यार्थी घर पर भी अध्ययन कर सकते हैं और अपनी सीखने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे इस विषय पर अभिभावकों के बीच जागरूकता बढ़ाने में सहयोग करें।
7. बैंक खाता एवं डीबीटी (DBT) संबंधित जानकारी
बैठक में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) योजना के तहत मिलने वाली धनराशि पर चर्चा की गई। बताया गया कि आधार कार्ड और बैंक खाता सीडिंग आवश्यक है ताकि वे सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को बैंक खाता खुलवाने एवं आधार सीडिंग करवाने में सहायता करें, ताकि सभी विद्यार्थी को सही समय पर लाभ मिल सके।
8. निपुण तालिका के अद्यतन पर चर्चा
बैठक में सभी SMC सदस्यों को निपुण तालिका के महत्व एवं उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस तालिका में शिक्षकों को छात्रों के सीखने के विभिन्न स्तरों को दर्ज कर नियमित रूप से अपडेट करना होता है। इसके माध्यम से प्रत्येक छात्र की शैक्षिक प्रगति पर निगरानी रखी जाती है, जिससे उनके सीखने की गति को बेहतर बनाया जा सके।
9. DBT हेतु यूनिफॉर्म में फोटो अपलोडिंग
SMC सदस्यों से आग्रह किया गया कि वे अभिभावकों को प्रेरित करें कि वे छात्रों के लिए यूनिफॉर्म खरीदें, क्योंकि DBT ऐप पर यूनिफॉर्म में बच्चों की फोटो अपलोड करना अनिवार्य है।
10. संशोधित निपुण लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा
विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा सभी SMC सदस्यों को संशोधित निपुण लक्ष्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस बैठक में नए निपुण लक्ष्यों एवं सरकार द्वारा जारी अपेक्षाओं पर विशेष चर्चा की गई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि प्रत्येक कक्षा में अध्ययनरत छात्र को निर्धारित शिक्षण लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किस प्रकार मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए।
छात्रों को उनके कक्षा-स्तरीय शिक्षण लक्ष्यों के अनुसार सशक्त किया जाए, ताकि वे भविष्य में एक समर्थ नागरिक बन सकें। इसके अंतर्गत, निपुण लक्ष्यों के मूल्यांकन के लिए ‘निपुण लक्ष्य ऐप’ के उपयोग पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस ऐप के माध्यम से बच्चों का नियमित आकलन किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने शैक्षिक लक्ष्यों को समय पर प्राप्त कर रहे हैं।
सभी SMC सदस्यों को निपुण लक्ष्य ऐप के कार्यप्रणाली एवं उपयोग से अवगत कराया गया, जिससे वे विद्यालय में इसके प्रभावी क्रियान्वयन में सहयोग कर सकें।
11-विद्यालय में दी जा रही शिक्षा एवं संसाधनों की जानकारी
बैठक में सभी SMC सदस्यों को विद्यालय में दी जा रही शिक्षा एवं उपयोग किए जा रहे शिक्षण संसाधनों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
स्मार्ट क्लास एवं ब्लूटूथ स्पीकर का उपयोग
Diksha App एवं ब्लूटूथ स्पीकर का उपयोग स्मार्ट क्लास के रूप में किया जा रहा है, जिससे छात्रों को अधिक रुचिकर तरीके से पढ़ाया जा सके।
विज्ञान एवं गणित किट का उपयोग
विद्यालय में विज्ञान एवं गणित किट उपलब्ध कराई गई है, जिससे छात्रों को प्रयोगों के माध्यम से सीखने का अवसर मिल रहा है।
कक्षा शिक्षण में ICT संसाधनों का प्रयोग
सभी कक्षाओं में ICT संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें Diksha App, Read Along App और निपुण लक्ष्य जैसे डिजिटल टूल शामिल हैं। इससे शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है।
सतत एवं व्यापक आकलन (CCE)
बच्चों की शैक्षिक प्रगति का आकलन सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (CCE) के आधार पर किया जा रहा है, जिससे उनकी नियमित प्रगति पर नजर रखी जा सके।
12. अभिभावकों को PTM में अधिक शामिल करने हेतु प्रयास
बैठक में अभिभावकों को अधिक से अधिक PTM में शामिल करने पर जोर दिया गया। SMC सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे अभिभावकों को जागरूक करें ताकि वे नियमित रूप से बैठक में भाग लें और अपने बच्चों की प्रगति पर ध्यान दें।
13.मेरा विद्यालय – स्वच्छ विद्यालय” अभियान
विद्यालय परिसर की स्वच्छता एवं अनुशासन को लेकर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए अनुरोध किया गया कि बच्चों को स्वच्छता का महत्व समझाया जाए और वे नियमित रूप से विद्यालय में स्वच्छता अभियान में भाग लें।
14.पुस्तकालय
विद्यालय पुस्तकालय – अध्ययन संस्कृति को बढ़ावा
बैठक में विद्यालय पुस्तकालय के महत्व पर विशेष चर्चा की गई। सभी सदस्यों को अवगत कराया गया कि पुस्तकालय एक ज्ञान का भंडार है, जहां विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार पुस्तकों का चयन कर अध्ययन कर सकते हैं। नियमित रूप से पुस्तकें पढ़ने से न केवल उनकी शब्दावली समृद्ध होती है, बल्कि उनकी कल्पनाशक्ति, तार्किक सोच एवं विचारशीलता का भी विकास होता है। पुस्तकें हमारे जीवन का एक अनमोल हिस्सा हैं, जो हमें नई सीख, संस्कार एवं नैतिक मूल्य प्रदान करती हैं।विद्यालय में विद्यार्थियों को कक्षा के अनुसार पुस्तकें पढ़ने के लिए उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत विकसित हो रही है और वे विभिन्न विषयों की पुस्तकों से नई जानकारी एवं ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
15. शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग पर चर्चा
बैठक में शिक्षक संदर्शिकाओं के प्रभावी उपयोग पर भी चर्चा की गई।
16. आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम
विद्यालय में उन बच्चों के लिए विशेष चर्चा की गई जो नियमित रूप से विद्यालय नहीं आते या पढ़ाई छोड़ चुके हैं। ऐसे बच्चों को दोबारा विद्यालय से जोड़ने हेतु शारदा कार्यक्रम कार्यक्रम संचालित किए जा रहा हैं।
शारदा कार्यक्रम
शारदा (Special Training for Out of School Children) कार्यक्रम उन बच्चों के लिए है, जो किसी कारणवश विद्यालय नहीं आ पा रहे हैं। इस कार्यक्रम के तहत उन्हें विशेष प्रशिक्षण देकर मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जाता है।
17.समर्थ कार्यक्रम
समर्थ कार्यक्रम विशेष रूप से दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जाता है। इसमें उनकी शैक्षिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विशेष सहायक सामग्री एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।

निष्कर्ष
इस मासिक बैठक में विद्यालय के विभिन्न शैक्षिक, प्रशासनिक और विकास से जुड़े मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। सभी निर्णय शासनादेशों के अनुसार लिए गए, और समिति के सदस्यों को विद्यालय की प्रगति में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया।
विद्यालय की बेहतरी के लिए विद्यालय प्रबंध समिति की यह मासिक बैठक एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसके द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है और विद्यार्थियों के समग्र विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है।
बैठक में विद्यालय के शैक्षिक सुधार, विद्यार्थियों की उपस्थिति, पुस्तकालय, शिक्षक संदर्शिकाओं के उपयोग एवं विशेष शैक्षिक योजनाओं पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने एवं अभिभावकों को जागरूक करने का आग्रह किया गया।
बैठक का समापन विद्यालय की प्रगति एवं विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ किया गया।
बैठक के अंत में सभी सदस्यों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया |
सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे आगामी बैठक में शामिल होकर विद्यालय विकास में अपना योगदान दें।
Disclaimer: This information is intended for informational purposes only. The details provided are subject to change based on the specific situation. It is advisable to conduct meetings according to the current context and requirements. Please consider this information as a guideline rather than a definitive directive.

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